【विंध्य मानक क्षेत्र अमरावती का चौराहा】

 गौरवशाली गुरुवार...

【विंध्य मानक क्षेत्र अमरावती का चौराहा】


उत्तर प्रदेश में स्तिथ मिर्ज़ापुर शहर जितना प्रसिद्ध अपने कालीन व्यवसाय और पीतल के कारोबार से है उससे कहीं ज्यादा इस शहर को माता विंध्यवासिनी के धाम से सम्बध्द कर जाना जाता है,,इस त्रिकोणीय शक्ति पीठ और विंध्य क्षेत्र की महत्वत्ता अपने आप में अद्भुत है। 

 इतना ही नही, माना जाता है की देश का मानक समय भी माँ विंध्यवासिनी के धाम से तय होता है,, पुराणों में भी इस तथ्य का जिक्र है की लंकापति रावण ने भी विंध्य क्षेत्र को मानक समय स्थल मान कर यहाँ शिवलिंग की स्थापना की थी और इसी मानक को समय के रूप में चिन्हित किया था!

विंध्यवासिनी धाम के उत्तर तरफ स्थित प्राचीन विन्ध्येश्वर महादेव मंदिर आज भी भक्तों में प्रसिद्ध है!!


लगभग 32.8 लाख वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले विश्व के सबसे सातवें सबसे बड़े देश भारत के मानक समय भारतीय स्टैंडर्ड टाइम का, वर्ष 2007 में, भूगोलविद नई दिल्ली के सौजन्य से विंध्य क्षेत्र के पूरे सर्वक्षण के बाद मिर्ज़ापुर-इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर विन्धयाचल स्थित अमरावती चौराहा के पश्चिम तरफ़ नई दिल्ली के सौजन्य से मानक समय सम्बंधित संक्षिप्त जानकारी युक्त एक बोर्ड लगाया था ,, 

 जानकारों की माने तो 82 डिग्री ,30 मिनट पूर्वी देशान्तर को भारत का मानक देशान्तर माना गया ,जो इसी विंध्यवासिनी क्षेत्र में दो ध्रुवों के बीच से हो कर गुजरती है।

 यद्दपि इस सत्यता के विषय में आंकड़ों में कई तरह के मतभेद भी है।

 

किन्तु पंचांग में भी विंध्य क्षेत्र को मानक मान कर ही ज्योतिषीय समय की गणना होती है,,


अफ़सोस की बात है की आम नागरिकों और यहां के वाशिन्दों तक में भी इसे ले कर ना कोई जागरूकता यही ना ही कोई उचित जानकारी या उत्साह,,

यहाँ तक की सम्बंधित अधिकारियों तक में इसकी कोई सटीक जानकारी या उपलब्धि नही और ये पूर्णतः उपेक्षित सा महज एक सरकारी बोर्ड की तरह क्षतिग्रस्त अवस्था में लगा हुआ है,,

इस विंध्यधरा को माँ विंध्यवासिनी का दरबार भी कहते है,जो अपनी सम्पूर्ण कलाओं के साथ यहाँ विराजमान हैं।


जिस तरह किसी बिंदु के बिना कोई रेखा नही खींची जा सकती !

उसी प्रकार मान्यता है की माँ विंध्यवासिनी की कृपा के बिना सृष्टि की भी कल्पना नही की जा सकती थी!!


आदि शक्ति जगतजननी माता विंध्यवासिनी को नमन🙏🙏


(गौरवशाली गुरुवार के अंतर्गत विंध्यमानक क्षेत्र के सम्बन्ध में प्रस्तुत जानकारी,, स्थानीयजनों द्वारा प्रदत्त मौखिक हस्तांतरित एवम गूगल सर्च पर आधारित है)

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