समीकरण तेरा मेरा

समीकरण अच्छे और बुरे का,
समीक्षा सही और गलत की
तौलने वाला तू कौन? जब आँकने वाला ....
 "वो ऊपर है बैठा"
नज़रिया तेरा मुझे देखने का,
सवाल तेरे भेदती नजरों सा,
हिसाब लेने वाला तू कौन?
मेरी परवरिश करने वाला,
 "वो जब ऊपर है बैठा"
ना लिया तुझसे न दिया तुझको,
ना माँगा हाथ फैला कर कभी आँसू दिखा के,
 जिम्मेदारियों की मेरी मुझे एहसास दिलाने वाला तू कौन?
जब खिलाने वाला मुझे
  "वो ऊपर है बैठा"
ना दौलत न शोहरत ना लम्बी उम्र चाहिए,
"उसने" जितनी अता करी बस मेरा वो हक़ चाहिए,
सम्मान लेने से पहले सम्मान देने का फर्ज़ जानती हूँ,
सिखाओ ना मुझको मैं ख़ुद मेरा अंजामे हर्श जानती हूँ।।

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